ना पैसा लगता हैं, ना ख़र्चा लगता हैं,
राम-राम बोलिये बड़ा अच्छा लगता हैं
जय श्रीराम


जिनके मन में श्री राम हैं; भाग्य में उसके बैकुंठ धाम है; उनके चरणों में जिसने जीवन वार दिया; संसार में उसका कल्याण है।
सुबह-सुबह लो राम का नाम, पुरे होंगे बिगड़े अधूरे काम


सतरंज कि चाल का डर उन्हे होता है,
जो सियासत करते है
हम तो अयोध्या के राजा #श्रीराम के भक्त है
जयश्रीराम

कलम की धार तेज कर स्याही खून की बना दो…
हर एक हिन्दू के अन्दर भगवाँ को जगा दो – “जय श्री राम”


श्री रघुवीर भक्त हितकारी, सुनी लीजै प्रभु अरज हमारी,
निशि दिन ध्यान धरे कोई, ता सम भक्त और नहीं होई !
Jay Shree Ram

यारो फना होने की इजाजत ली नहीं जाती,
ये श्रीराम की मोहब्बत है, पूछ के की नहीं जाती – जय श्रीराम


देख तज के पाप रावण,
राम तेरे मन में हैं,
राम मेरे मन में है,
मन से रावण जो निकाले,
राम उसके मन में है जय श्री राम


काश मैं ऐसी शायरी लिखूँ श्रीराम तेरी याद में,
तेरी तस्वीर दिखाई दे हर अल्फ़ाज़ में…
जय श्री राम…

अयोध्या जिनका धाम है राम जिनका नाम हैं मर्यादा पुरषोतम वो राम हैं, उनके चरणों में हमारा प्रणाम है


राम नाम का महत्व न जाने वो अज्ञानी अभागा हैं
जिसके दिल में राम बसा वो सुखद जीवन पाता हैं

राम को जीवन का परम सत्य मान,
जीवन पथ पर आगे बढ़ते चलो;
प्रभु राम रहेंगे सदा आपके साथ,
भाग्य में सफलता का प्रभु देंगे यश मान


क्रोध को जिसने जीता हैं, जिनकी भार्या सीता है
जो भरत, शत्रुध्न, लक्ष्मण के हैं भ्राता
जिनके चरणों में हैं हनुमंत लला
वो पुरुषोतम राम है
ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम राम को कोटि-कोटि प्रणाम है